Ultimate
Message of the year
*नन्हीं - नन्हीं बच्चियों को . . .*
*. . . चार किताबें पढने दो साहब . . .*
क्योंकि की.....
*कोख से बच आई हैं . . .*
*. . . . . दहेज से भी बच जायेगी .*
👏👏👏👏👏
M.A. (pol), D.Ed, MC & Journalism, TC.PEd. लेखक (स्तंभलेखक): दैनिक प्रभात व्यक्तिमत्व विकास सदर पत्रकार : मुक्त पत्रकारिता व्यवस्थापक : चित्रल प्रशिक्षण संस्था
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